हेलो दोस्तों; कैसे हो? वजन कम करने के आसान और सही जर्नी में हम आपके साथ हैं वजन कम करने के लिए हमें कुछ ज्यादा और बेहतर करना चाहिए जो हम रोज नहीं करते हमेशा खाने की चीजों में वही चीजें लेनी चाहिए जो वजन को कम करने में सहायक हो भरपूर रेशेदार पदार्थ लेने से पेट हमेशा साथ रहता है और वजन कम करने में काफी मदद मिलती है महाराष्ट्र में ऐसी कई सारी डिशेस है जिसे खाकर आप आसानी से वेट को कम कर सकते हैं| हेल्दी खाना से वेट लॉस जल्दी होता है
भारतीय मसाले काफी बेहतर होते हैं भारतीय मसालों में पचाने वाली एक शक्ति होती है जिसके कारण पाचन सही तरीके से होकर शरीर में हेल्दी न्यूट्रिएंट्स जाते हैं इन मसालों का उपयोग कई सारी बीमारियों को ठीक करने के लिए भी होता है जीरे का उपयोग पाचन को बढ़ाने के लिए होता है हल्दी का उपयोग शरीर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए खून को साफ करने के लिए तथा एंटीबायोटिक जैसा इस्तेमाल होता है हरी मिर्ची खाने को स्वाद देती है तथा पाचन में
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१) प्याज की सब्जी
प्याज को मराठी में कांदा कहते हैं यह बहुत ही आम महाराष्ट्रीयन पदार्थ है काफी तौर पर यह बनाया जाता है और आज भी खाया जाता है महाराष्ट्र के कई ग्रामीण इलाकों में प्याज रोज के खाने में इस्तेमाल होने वाला एक सही साधन है जिससे हम वजन जल्दी कम कर सकते हैं प्याज में विटामिन ए होता है और काफी मात्रा में पानी होता है तथा इसकी कैलेरिस काफी कम होने के कारण यह वजन कम करने में काफी सहायक होता है इसमें रेशेदार पदार्थ भी होते हैं यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है और शरीर में पाचन के काम को बढ़ाता है

२) पाव भाजी की सब्जी
पाव भाजी की सब्जी में काफी मात्रा में सब्जियां मिलाई जाती है इसमें रेशेदार तो सब्जियों का प्रमाण सबसे ज्यादा होता है जिसमें पत्ता गोभी या फूलगोभी का इस्तेमाल भी होता है इससे पाचन होने में काफी आसानी होती है उसकी कैलेरिस काफी कम होती है इससे वजन कम करने में काफी सहायता मिलती हैं आप बाजार में जो भाजी खाते हैं उसमें काफी मात्रा में बटर डाला हुआ रहता है जिसके कारण यह बिल्कुल भी वजन को कम नहीं करता लेकिन यही सबजी अगर आप घर में कम बटर में बनाते हैं या गाय के घी में बनाते हैं तो यह आपके शरीर के लिए काफी लाभदायक है इसके साथ पाव खाने से कई लोगों को पाचन की कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है इससे बचने के लिए आप इसके साथ भाकरी या फिर रोटी का इस्तेमाल कर सकते हैं इसे आप हमेशा अपनी सब्जियों में शामिल करके अपने वेट लॉस का स्तर बढ़ा सकते हैं लेकिन यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि आप जब भी बाजार में जाकर से खा रहे हो तो उस सब्जियों से आपका वजन कम नहीं होगा उल्टा बढ़ेगा क्योंकि वहां पर इस्तेमाल की जाने वाली तेल की क्वालिटी तथा बटर की क्वालिटी काफी खराब हो सकती है इसी कारण आपको ज्यादा कैलरी बढ़ने के कारण वेट भी काफी जल्दी से बढ़ सकता है
३) मिक्स सब्जियां
महाराष्ट्र में कई बार मिली जुली सब्जियां बनाने की पद्धति है इससे काफी फायदा होता है इसमें सही मात्रा में हर एक सब्जी का पोषण मिलता है कई बार बच्चों को ऐसे मिक्स सब्जियां बनाकर खिलाई जाती है तथा तथा इसे कई सारी बींस के साथ में बनाया जाता है महाराष्ट्र में फलियों की सब्जी काफी खाई जाती है जिसमें रेशेदार पदार्थ होते और काफी न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं यह शरीर को प्रोटीन प्रदान करते हैं इससे शरीर का वजन जल्दी नहीं बढ़ता तथा शरीफ में सही मात्रा से संतुलन प्रदान करता है फली की सब्जी में कई प्रकार की बींस महाराष्ट्र में खाई जाती है और फलियों की सब्जी शरीर के लिए काफी लाभदायक भी है
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४) महाराष्ट्रीयन थाली
यूं तो महाराष्ट्र में कई प्रकार की थालियां और कई प्रकार के व्यंजन खाए जाते हैं लेकिन महाराष्ट्र थाने की बात ही कुछ और है इसमें आपको न्यूट्रिएंट्स और सही विटामिंस का सही मिश्रण मिलेगा पुराने लोग महाराष्ट्रीयन थाली में पानी से बनी हुई सब्जियां ज्यादा खाते थे ना की ग्रेवी से बनी हुई सब्जियां तथा इसमें पापड़ का इस्तेमाल होता था जो दालों से बनता था दाल में काफी मात्रा में प्रोटीन होता है जिससे आपको वेट कम करने में काफी मदद मिलती है लेकिन अभी जो पापड़ आप बाहर से मंगा रहे हैं उसमें बहुत सारा नमक होने के कारण यह आपके बीपी के लिए ठीक नहीं होता प्राचीन काल से महाराष्ट्र में आमटी यानी कड़ी खाने की प्रथा रही है वह खाने के साथ ही दी जाती है इसमें प्रोबायोटिक्स का काफी इस्तेमाल होता है क्योंकि इसमें दही और बेसन को मिलाकर यह बनाया जाता है दही के कारण अपने पेट के सही बैक्टीरिया की ग्रोथ ज्यादा होती है और यह गुड बैक्टीरिया पाचन को बनाने में तथा पाचन के कई प्रकार की समस्या जैसे गैसेस वेट बढ़ना पेट का बढ़ना मांसपेशियों में जकड़न होना दर्द होना कई प्रकार के रोग से दूर हो जाते हैं इसमें हींग का इस्तेमाल होता है जिससे पेट में बन रहे कीड़े मर जाते हैं और पेट को काफी राहत भी मिलती है
महाराष्ट्रीयन थाली में एक व्यंजन अवश्य होता है जिसे कोशिंबीर कहते हैं यह सलाद की तरह उपयोग में लाए जाने वाला एक पदार्थ है जिसमें कई प्रकार की सब्जियां जैसे मेथी पालक या फिर प्याज टमाटर इन को काटकर इस पर दही डालकर तड़का लगाकर इसे खाने के साथ में दिया जाता है यह पाचन बढ़ाता है यह साथ में रुचि भी लाता है प्रोबायोटिक्स के कारण इसे पाचन में काफी मदद मिलती है और सही इस्तेमाल करने से पेट को काफी कम करने में मदद मिलती है बेहतर होगा कि आप इसे घर पर बनाये इसमें तेल का उपयोग काफी कम मात्रा में करें या ना करें और दही में शक्कर को ना मिलावे इससे कैलरीज काफी बढ़ जाएगी और आपका वेट बढ़ सकता है

५) बैंगन की सब्जी
बैंगन की सब्जी महाराष्ट्र में काफी समय से खाई जा रही है इसके विभिन्न प्रकार हमेशा घर में बनाए जाते हैं बैंगन में काफी मात्रा में फाइबर होता है जिससे पेट को क्लियर करने के लिए काफी आराम मिलता है यहां पर में पाचन बढ़ाने का काम करता है तथा मल को जल्दी बाहर निकालने का भी काम करता है बैंगन में कैलरी भी काफी कम होती है इसका इस्तेमाल कई प्रकार की चीजें बनाने के लिए किया जाता है बैंगन का भर्ता बनाने के लिए किया जाता है तथा बैंगन की सब्जी बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो यह बहुत अच्छा विकल्प है लेकिन याद रखेगा जब भी आप इसका भरता बना रहे हो तब उसमें ज्यादा ऑयल का उपयोग ना करें इससे इसकी वैल्यू काफी बढ़ जाती है और कैलरी के कारण आपका वेट बढ़ सकता है इसीलिए तेल का सही इस्तेमाल कीजिए
६) इडली
इडली एक साउथ इंडियन पदार्थ हैं लेकिन इसे महाराष्ट्र में बड़े ही चाव से खाया जाता है इडली एक ऐसा पदार्थ है जिससे बिना ऑयल के भी खाया जा सकता है इसके साथ मिलने वाली चटनी में काफी मात्रा में पोषक द्रव्य होते हैं। बिना ऑयल से बनने के कारण इसमें कम काफी कम मात्रा में कैलरी होती है इससे आप सुबह के नाश्ते के तौर पर जरूर ले सकते हैं इसमें दालों का उपयोग किया जाता है जिसमें काफी प्रोटीन होता है इससे आपके शरीर को वेट कम करने के लिए सही ऊर्जा मिलती है यहां पर आप को ध्यान देना चाहिए की इडली दो या तीन से ज्यादा ना खाएं इससे ज्यादा खाने पर इसकी कैलेरिस काफी बढ़ जाएगी और आपका वजन कम होने के बजाय बढ़ता ही रहेगा
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७) पनीर की सब्जी
पनीर दूध से बनने वाला एक पदार्थ है जिसमें आवश्यक मात्रा में कैल्शियम और प्रोटींस भरपूर मात्रा में होते हैं जिससे शरीर को काफी ऊर्जा मिलती है पनीर का उपयोग वजन कम करने के लिए करना सही होता है लेकिन इसमें मात्रा का ध्यान देना बहुत जरूरी है यूं तो पनीर की सब्जी है इसीलिए है लोग उसे ज्यादा मात्रा में खा लेते हैं और अपेक्षा करते हैं कि उसका उनका वेट कम हो जाएगा लेकिन वेट कम होने के बजाय वह बढ़ते ही जाता है क्योंकि इसे घी में तलते हैं या ज्यादा मात्रा में ग्रेवी वाली सब्जी में परोसते हैं ऐसा करने पर उसमें काफी कैलरीज बढ़ जाती है और बिना पता चले यह वजन को काफी मात्रा में बढ़ा देती है तथा कई लोगों को दूध की चीजें बचाने में काफी मुश्किल होती है कई प्रकार के डिसीस के कारण भी ऐसा हो सकता है कि यह पनीर पचाने में काफी मुश्किल हो इसके कारण कॉन्स्टिपेशन बढ़ता है और शरीर में वजन कम होने की बजाय वजन बढ़ता ही रहता है इसे आप सही तरीके से बनाएं इसे कम मात्रा की में ऑयल का उपयोग करते हुए सावधानी से बनाएं आप इससे प्याज और टमाटर के साथ में सिर्फ बुनकर ही बना सकते हैं ऐसा पनीर शरीर के लिए काफी लाभदायक होगा इसे कम मात्रा में प्रयोग में लेना चाहिए

८) छाछ या ताक
महाराष्ट्र में ताक यानी छाछ का प्रयोग काफी मात्रा में किया जाता है प्राचीन काल से इसे सुबह के भोजन के साथ दिया जाता था अभी भी महाराष्ट्रीयन थाली में इसका महत्व कहीं ज्यादा है इसे कई प्रकार से बनाते हैं इसे ऐसे ही या फिर आमचूर पाउडर के साथ में या चाट मसाले के साथ में या फिर तड़का देकर भी उपयोग किया जाता है इसके प्रयोग करते हुए आप इसे बिना फैट वाला छाछ ले सकते हैं घर पर बनाए जाने वाला छाछ में काफी मात्रा में फैट होता है इसे आप छानकर लीजिए और फैट का उपयोग कम से कम मात्रा में कीजिए इसके साथ आप अलग से शकर ना मिलाएं ऐसा करने से यह काफी मीठा हो जाएगा और यह कार्य को बढ़ा देगा साथ ही साथ में आप फ्रिज से निकाला हुआ छाछ को तुरंत ना पिए उसे आप नॉरमल रूम टेंपरेचर पर लाकर उसके बाद ही पीना चाहिए छाछ को कभी भी गरम नहीं करना चाहिए इससे इसके गुण खत्म हो जाते हैं छाछ काफी ऊर्जा प्रत शरीर को लाभदायक पाचन में सहायक होता है तथा यह एक नई ऊर्जा का संचार करता है और आपके पेट को भरा होने का एहसास देता है

९) पिठल और भाकरी
महाराष्ट्रीयन थाली में कई प्रकार के व्यंजनों के साथ पिछला भाकरी का एक अलग महत्व है यहां पर प्राचीन काल से ज्वारी से बनी हुई या फिर बाजरे से बनी हुई भाकरी का उपयोग किया जाता है भाकरी एक ऐसा पदार्थ है जिसमें काफी मात्रा में रेशेदार पदार्थ होता है यह पाचन में काफी सहायक है तथा इसे खाने से पेट जल्दी भर जाता है
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१०) थालीपीठ
महाराष्ट्र में थालीपीठ काफी पसंद से और चाव से खाया जाता है थालीपीठ ऐसी भाकरी या फिर ऐसी ब्रेड होती है जिसमें मिली-जुली सब्जियां डालकर इसे पकाकर इसे किसी चटनी के साथ में खाया जाता है इसमें काफी मात्रा में सब्जियां होने के कारण यह शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है रेशेदार पदार्थ होने के कारण यह संपूर्ण आहार होता है लेकिन इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है कि से बनाते हुए जिस विधि का आपस प्रयोग कर रहे हैं उसमें तेल का काफी इस्तेमाल होता है तेल के कारण इसे काफी कैलरी मिलती है और जिसके कारण वजन कम नहीं होता आपको नॉन स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए जिसके कारण आप तेल का कम से कम उपयोग कर सके आप इसे रात के खाने में ले सकते हैं इससे आपका पेट भी भर जाएगा और आपको ज्यादा भूख नहीं लगेगी आटे से बनी हुई छोटी छोटी गोल आकार को तलने के बजाय अगर पानी में उबालकर खाया जाए तो इससे भी आपको वेट कम करने में सहायता होगी यह मोमोज का महाराष्ट्रीयन प्रकार हो सकता है
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